बच्चों को फिट और हेल्दी रखने के लिए फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है। जरूरी नहीं है कि फिजिकल एक्टिविटी केवल एक्सरसाइज ही हो आपको बच्चे की उम्र के मुताबिक उसे फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित करना चाहिए। कोविड के चलते ज्यादातर समय बच्चे घर में रहते हैं वहीं फोन, लैपटॉप आदि की लत के कारण बच्चों को घर पर फोन पर गेम्स खेलना पसंद होता है। इस आदत से वो मोटापा, सिर में दर्द, कमजोर विज़न और अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। माता-पिता होने के नाते आपको उन्हें फिजिकल एक्टिविटी और खेलूकूद के लिए प्रेरित करना चाहिए।
फिजिकली एक्टिव रहने के फायदे
किसी भी बच्चे का फिजिकली एक्टिव होना बेहद जरूरी है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार नियमित रूप से फिजिकल एक्टिविटी करने से हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, डायबिटीज और कैंसर जैसी कई समस्याओं के खतरे से बचा जा सकता है. एक्विट रहने से वजन को मेंटेन करने और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है.
बेहतर भविष्य की इबारत
मनोवैज्ञानिकों एवं व्यवहार विशेषज्ञों ने पाया है कि खेलकूद में एक्टिव रहने वाले बच्चों में एकाग्रता और चीज़ों को जल्दी समझने और सीखने की प्रवृत्ति होती है। फिजिकल एक्टिविटी से पॉजिटिव एनर्जी होती है और साथ ही आत्मविश्वास और परस्पर सहयोग की भावना भी जाग्रत होती है। जो बच्चे क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी व ऐसे दूसरे खेल खेलते हैं, उनमें खेल भावना और अच्छा टीम मेंबर बनने के गुण विकसित होते हैं। तनावपूर्ण स्थितियों में खुद को संतुलित और अनुशासित रखना खेलकूद से ही आता है। ऐसे बच्चे डिप्रेशन और स्ट्रेस से भी दूर रहते हैं।
सेहत संबंधी फायदे
मौजूदा दौर में बच्चों में मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों और छोटी उम्र मं हाइपरटेंशन की शिकायत बढ़ रही है, ऐसे में बच्चे अगर समूचित फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तो उन्हें इन सबसे निजात मिल सकती है। कोलेस्ट्रॉल लेवल और दिल की समस्याओं का जोखिम कम होता है और मसल्स टोनिंग के साथ इम्युनिटी पावर भी बढ़ती है।
फिजिकल एक्टिविटी में शामिल होने से पसीना आएगा, शरीर गर्म होगा जिससे वजन तो कम होगा ही साथ ही त्वचा संबंधी रोग नहीं होंगे।
फिजिकल एक्टिविटी के जरिए बच्चे की हड्डियां मजबूत होंगी, आगे चलकर हड्डियों से जुड़े रोग का खतरा कम होगा।
जो बच्चे फिजिकल एक्टिविटी में शामिल रहते हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है और बच्चे आसानी से बीमारी का शिकार नहीं होते।
फिजिकल एक्टिविटी करने से बच्चे हाई बीपी का शिकार नहीं होंगे और डायबिटीज का खतरा भी कम होगा।
जो बच्चे रोजाना खेलकूद में शामिल रहते हैं उन्हें नींद भी जल्दी आती है और हार्ट से जुड़ी बीमारी भी नहीं होती।
शारीरिक फायदों के अलावा मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेल या फिजिकल एक्टिविटी फायदेमंद है, इससे बच्चों को स्ट्रेस नहीं होगा।